PM Awas Yojana Gramin (PMAY-G) के तहत केंद्र सरकार ने ग्रामीण भारत के उन लोगों के लिए एक बड़ी राहत की घोषणा की है, जो अब तक पक्के घर का सपना देख रहे थे। इस योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को 3% कम ब्याज दर पर ऋण की सुविधा मिलती है, जिससे उन्हें अपना घर बनाने में वित्तीय सहायता मिल सके।
योजना की शुरुआत और उद्देश्य
20 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा PM Awas Yojana-Gramin (PMAY-G) की शुरुआत की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य देश के सबसे गरीब तबके को पक्के और सुरक्षित आवास उपलब्ध कराना है। योजना के तहत लाभार्थियों का चयन एक तीन-स्तरीय वेरिफिकेशन प्रक्रिया से किया जाता है ताकि सहायता उन लोगों तक पहुंचे जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है।
3% कम ब्याज पर लोन और अन्य लाभ
इस योजना के तहत पात्र लोगों को ₹70,000 तक का लोन 3% कम ब्याज दर पर मिलता है। इसके अतिरिक्त, अधिकतम ₹2 लाख की मूल राशि तक पर ब्याज सब्सिडी दी जाती है। यह सुविधा ग्रामीण परिवारों पर आर्थिक बोझ को कम करने में सहायक साबित हो रही है और लाखों लोगों को अपने घर का सपना पूरा करने का मौका मिल रहा है।
कौन हैं पात्र जानिए योग्यता के मापदंड
PM Awas Yojana-Gramin (PMAY-G) के अंतर्गत पात्रता निम्नलिखित आधार पर तय की जाती है:
- जिन परिवारों के पास कोई आश्रय नहीं है।
- कच्ची दीवारों और कच्ची छत वाले घरों में रहने वाले।
- एक या दो कमरों वाले घरों में निवास करने वाले।
- सामाजिक आर्थिक और जाति जनगणना (SECC) 2011 के आधार पर चयनित परिवार।
कौन नहीं होंगे योजना के पात्र
कुछ श्रेणी के लोग इस योजना से स्वतः बाहर कर दिए जाते हैं, जैसे:
- जिनके पास किसान क्रेडिट कार्ड है और क्रेडिट सीमा ₹50,000 या उससे अधिक है।
- जिनकी मासिक आमदनी ₹15,000 से अधिक है या जो आयकरदाता हैं।
- सरकारी कर्मचारी या गैर-कृषि व्यवसाय से जुड़े लोग।
- जिनके पास रेफ्रिजरेटर, लैंडलाइन फोन, या 2.5 एकड़ से अधिक सिंचित भूमि है।
PMAY-G: गांवों में उम्मीद की एक नई किरण
PM Awas Yojana-Gramin (PMAY-G) न सिर्फ एक सरकारी योजना है, बल्कि यह ग्रामीण भारत के लिए घर और गरिमा का प्रतीक बन चुकी है। 3% कम ब्याज पर मिलने वाला ऋण, पारदर्शी पात्रता प्रक्रिया और पक्के मकान का सपना अब एक हकीकत बनता जा रहा है।
सरकार की यह पहल ग्रामीण जीवन को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।