Mutual Fund: एसबीआई लार्ज एंड मिडकैप फंड की शुरुआत 28 फरवरी 1993 को हुई थी। इस स्कीम ने निवेशकों को करोड़पति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इसने शॉर्ट टर्म, मीडियम टर्म और लॉन्ग टर्म में शानदार रिटर्न दिया है। स्कीम के 32 साल पूरे होने पर एसबीआई म्यूचुअल फंड ने एक आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें इसकी सफलता को दर्शाया गया।
इस स्कीम ने पिछले पांच वर्षों में 19.15% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) दर्ज की है। यह लंबी अवधि के निवेशकों के लिए लाभकारी साबित हुआ है। तो आइए इसके बारे में विस्तार से जानते है।
नियमित निवेश से बना करोड़ों का फंड
अगर किसी निवेशक ने 1993 में इस फंड में मात्र 10,000 रुपये प्रति माह की SIP से निवेश शुरू किया होता, तो आज उसकी कुल संपत्ति 6.75 करोड़ रुपये तक पहुंच गई होती। यह स्कीम लंबी अवधि में कंपाउंडिंग के लाभ को दर्शाती है, जिससे छोटे निवेशक भी करोड़पति बन सकते हैं।
अगर 1993 में इस स्कीम में 1 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश किया गया होता, तो आज इसकी वैल्यू 54.84 लाख रुपये हो गई होती। यह लंबी अवधि में कंपाउंडिंग के प्रभाव को स्पष्ट करता है। फाइनेंशियल एडवाइजर्स हमेशा निवेशकों को म्यूचुअल फंड में लंबी अवधि तक निवेश बनाए रखने की सलाह देते हैं, खासकर SIP के माध्यम से।
स्कीम की वर्तमान स्थिति
इस स्कीम का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 28,681 करोड़ रुपये है। यह फंड लॉन्ग टर्म और शॉर्ट टर्म दोनों में शानदार रिटर्न देने में सक्षम रहा है।
इस फंड में SIP से निवेश करने वाले निवेशकों को स्कीम ने लॉन्च से लेकर अब तक 15.6% रिटर्न, पिछले 10 वर्षों में 15.57% और 3 वर्षों में 13.65% का रिटर्न दिया है।
सितंबर 2016 से सौरव पंत इस फंड का प्रबंधन कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में यह फंड लगातार मजबूत प्रदर्शन कर रहा है।