Monolithisch India IPO ने बाजार में आते ही निवेशकों का ध्यान खींच लिया है। 12 जून को खुले इस आईपीओ को पहले ही दिन से अच्छा रिस्पॉन्स मिलना शुरू हो गया।
पहले दिन ही कुल 2.26 गुना सब्सक्राइब होने वाले इस इश्यू में रिटेल इनवेस्टर्स, एनआईआई और क्यूआईबी तीनों कैटेगरी में बढ़िया सब्सक्रिप्शन देखा गया।
दूसरे दिन दोपहर 12.30 बजे तक यह आंकड़ा बढ़कर 4.13 गुना पहुंच गया। खास बात यह रही कि रिटेल कैटेगरी में यह 5.20 गुना तक सब्सक्राइब हो गया।
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) ने बढ़ाई हलचल
Monolithisch India IPO की बढ़ती डिमांड के पीछे एक अहम वजह इसका GMP यानी ग्रे मार्केट प्रीमियम भी है। अनलिस्टेड मार्केट में इस आईपीओ का GMP 46 रुपये तक पहुंच गया है, जो इसके कैप प्राइस 143 रुपये से करीब 32.1% ज्यादा है।
जब IPO खुला था, तब GMP 48 रुपये था। इससे यह साफ है कि लिस्टिंग पर निवेशकों को अच्छा मुनाफा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
क्या है प्राइस बैंड और लॉट साइज
Monolithisch India IPO का प्राइस बैंड 135 रुपये से 143 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। निवेश के लिए न्यूनतम लॉट साइज 1000 शेयरों का रखा गया है, जिसका मतलब है कि एक रिटेल निवेशक को कम से कम ₹1,35,000 का निवेश करना होगा।
हालांकि विशेषज्ञों का सुझाव है कि निवेशक कटऑफ प्राइस यानी ₹143 पर ही बोली लगाएं ताकि ओवरसब्सक्रिप्शन की स्थिति में उन्हें allotment मिलने का ज्यादा मौका मिले। इस प्राइस पर एक लॉट की कीमत ₹1,43,000 के करीब बैठेगी।
कंपनी का फंडरेजिंग प्लान
Monolithisch India IPO के जरिए कंपनी 82.02 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। यह इश्यू पूरी तरह से फ्रेश इश्यू है जिसमें कुल 54.48 लाख नए शेयर जारी किए जा रहे हैं। इसका मकसद कंपनी की पूंजी जरूरतों को पूरा करना और विस्तार को गति देना है।
जरूरी तिथियां कब क्या होगा
इस इश्यू को सब्सक्राइब करने की अंतिम तिथि 16 जून 2025 है। इसके बाद 17 जून को शेयर अलॉटमेंट की प्रक्रिया पूरी होगी और 18 जून को सफल निवेशकों के डीमैट अकाउंट में शेयर ट्रांसफर हो जाएंगे। Monolithisch India IPO के 19 जून को NSE SME पर लिस्ट होने की संभावना है।
Monolithisch India कंपनी का बैकग्राउंड और ग्रोथ
मोनोलिथिश इंडिया लिमिटेड की स्थापना अगस्त 2018 में हुई थी। यह कंपनी “रैमिंग मास” नामक विशेष रिफ्रेक्टरी मैटेरियल का निर्माण करती है, जिसका उपयोग आयरन और स्टील इंडस्ट्री में इंडक्शन फर्नेस के अंदर हीट इंसुलेशन के लिए किया जाता है।
वित्तीय दृष्टि से कंपनी का प्रदर्शन बीते तीन वर्षों में सराहनीय रहा है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का रेवेन्यू 41.90 करोड़ रुपये था, जो 2024 में बढ़कर 68.94 करोड़ रुपये और 2025 में 97.49 करोड़ रुपये हो गया। यानी तीन सालों में रेवेन्यू में करीब 2.3 गुना का इजाफा हुआ है।
इसी तरह, शुद्ध लाभ यानी PAT भी 2023 के 4.54 करोड़ से बढ़कर 2024 में 8.51 करोड़ और 2025 में 14.49 करोड़ रुपये पहुंच गया है। यह ग्रोथ संकेत देती है कि कंपनी की मुनाफा कमाने की क्षमता भी तेजी से बढ़ रही है।
निवेश के लिए सुनहरा मौका
Monolithisch India IPO में जिस तरह से निवेशकों की दिलचस्पी देखने को मिल रही है और GMP में जो तेजी है, वह इसके प्रति बाजार के सकारात्मक रुख को दर्शाता है।
मजबूत वित्तीय आंकड़े और इंडस्ट्री ग्रोथ को देखते हुए यह आईपीओ रिटेल और हाई नेट वर्थ निवेशकों दोनों के लिए एक आकर्षक अवसर बन सकता है। हालांकि, निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। इसमें निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है। किसी भी निवेश से पहले योग्य वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें।