Govt Investment Scheme: शेयर बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव बना हुआ है, जिससे निवेशकों को भारी जोखिम उठाना पड़ रहा है। ऐसे में अगर आप बिना जोखिम के सुरक्षित और निश्चित रिटर्न चाहते हैं, तो सरकार की Public Provident Fund (PPF) जैसी Investment Scheme आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है। इस योजना में आप हर महीने 12,000 रुपये जमा कर करोड़पति बनने का सपना साकार कर सकते हैं।
बिना जोखिम के बेहतर रिटर्न
PPF जैसी सरकारी योजनाएं निवेशकों को निश्चित रिटर्न प्रदान करती हैं और शेयर बाजार की अस्थिरता का इनपर कोई असर नहीं पड़ता। इस स्कीम के तहत, आप 3,000 रुपये, 6,000 रुपये या 12,000 रुपये प्रति माह निवेश कर सकते हैं और दीर्घकालिक बचत से बड़ा फंड बना सकते हैं।
3,000 रुपये मासिक निवेश पर कितना मिलेगा?
यदि आप हर महीने 3,000 रुपये PPF में निवेश करते हैं, तो सालाना 36,000 रुपये जमा होंगे। 25 साल में आपकी कुल जमा राशि 9 लाख रुपये होगी।
सरकार द्वारा दिए जा रहे 7.1% सालाना ब्याज दर के हिसाब से इस निवेश पर अनुमानित ब्याज 15,73,924 रुपये मिलेगा। यानी 25 साल बाद आपका कुल फंड 24,73,924 रुपये होगा।
6,000 रुपये निवेश करने पर कितनी बचत होगी?
अगर आप हर महीने 6,000 रुपये निवेश करते हैं, तो 25 वर्षों में आपकी कुल जमा राशि 18 लाख रुपये होगी। 7.1% सालाना ब्याज दर के अनुसार, आपको अनुमानित ब्याज 31,47,847 रुपये मिलेगा, जिससे कुल फंड 49,47,847 रुपये तक पहुंच जाएगा।
1 करोड़ रुपये का फंड ऐसे बनेगा!
अगर आप इस Investment Scheme में हर महीने 12,000 रुपये जमा करते हैं, तो 25 सालों में आपकी कुल निवेश राशि 36 लाख रुपये होगी। इस पर मिलने वाला अनुमानित ब्याज 62,95,694 रुपये होगा। यानी 25 वर्षों बाद आपका कुल फंड 98,95,694 रुपये तक पहुंच जाएगा, जो करीब 1 करोड़ रुपये के बराबर होगा।
निष्कर्ष: सुरक्षित और आकर्षक निवेश विकल्प
PPF जैसी सरकारी Investment Scheme उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, जो बिना किसी जोखिम के दीर्घकालिक निवेश करना चाहते हैं।
यह स्कीम न केवल बचत को बढ़ावा देती है, बल्कि एक निश्चित और सुरक्षित रिटर्न भी सुनिश्चित करती है। यदि आप अनुशासित तरीके से निवेश करते हैं, तो यह योजना आपको भविष्य में वित्तीय सुरक्षा प्रदान कर सकती है।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है। हम किसी भी प्रकार के निवेश की सलाह नहीं देते हैं। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।