Expressway Capital: उत्तर प्रदेश में सड़क कनेक्टिविटी को निरंतर विस्तार मिल रहा है, जिससे राज्य के छोटे और बड़े शहरों में विकास की गति तेज हो रही है। खासतौर पर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को इन एक्सप्रेसवे परियोजनाओं का सबसे अधिक लाभ मिलने वाला है। यहां 9 प्रमुख एक्सप्रेसवे गुजरेंगे, जिससे इसे ‘एक्सप्रेसवे सिटी ऑफ इंडिया’ कहा जाने लगा है। आइए जानते हैं इन एक्सप्रेसवे के बारे में विस्तार से।
1. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे
यह 302 किलोमीटर लंबा 6-लेन एक्सप्रेसवे लखनऊ के मोहान रोड से शुरू होकर आगरा तक जाता है। इस हाई-स्पीड मार्ग से आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कन्नौज, कानपुर, हरदोई, उन्नाव और लखनऊ जैसे महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ा गया है।

2. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे
340 किलोमीटर लंबा यह 6-लेन एक्सप्रेसवे लखनऊ के सुल्तानपुर रोड से शुरू होता है और गाजीपुर तक जाता है। यह बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर को आपस में जोड़ता है।

3. लखनऊ आउटर रिंग रोड
लखनऊ की चतुर्भुज कैरिजवे सड़क परियोजना 2×4 लेन की होगी, जिसकी कुल लंबाई 104 किलोमीटर होगी। यह आउटर रिंग रोड शहर के यातायात को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

4. लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे
नेशनल एक्सप्रेसवे-6 के नाम से जाना जाने वाला यह 6-लेन एक्सप्रेसवे भविष्य में 8-लेन तक विस्तारित किया जा सकता है। 2025 तक इसके पूरा होने की उम्मीद है, जिससे लखनऊ और कानपुर के बीच यात्रा और भी आसान हो जाएगी।
5. लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे
यह लिंक एक्सप्रेसवे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए प्रस्तावित है। इसकी लंबाई 60 किलोमीटर होगी, जिससे यात्रियों को अधिक सुविधा मिलेगी।
6. गंगा एक्सप्रेसवे
यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जो मेरठ से प्रयागराज तक बनेगा। हालांकि, यह सीधे लखनऊ से नहीं जुड़ता, लेकिन उन्नाव में इसे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे से लिंक किया जाएगा, जिससे लखनऊ के यात्रियों को भी फायदा होगा।
7. गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे
700 किलोमीटर लंबा यह प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे पश्चिमी उत्तर प्रदेश को पूर्वांचल से जोड़ेगा। लखनऊ को भी इस परियोजना का फायदा मिलेगा, जिससे वेस्ट यूपी और पूर्वांचल के बीच यात्रा सुविधाजनक हो जाएगी।
8. विज्ञान पथ
यह 250 किलोमीटर लंबी 6-लेन आउटर रिंग रोड होगी, जो लखनऊ से हरदोई, सीतापुर, रायबरेली, बाराबंकी और उन्नाव को जोड़ेगी। यह सड़क राजधानी में यातायात का दबाव कम करने के साथ-साथ आसपास के जिलों को भी बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।
9. गोमती एक्सप्रेसवे
यह 300 किलोमीटर लंबा 6-लेन एक्सप्रेसवे उत्तराखंड के हल्द्वानी को लखनऊ से जोड़ेगा। इससे उत्तराखंड की यात्रा और भी आसान हो जाएगी, जिससे पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
निष्कर्ष
लखनऊ देश का पहला ऐसा शहर बन रहा है, जहां से 9 प्रमुख एक्सप्रेसवे गुजरेंगे। इन परियोजनाओं के पूरा होने से न केवल प्रदेश की राजधानी बल्कि पूरे राज्य की कनेक्टिविटी को जबरदस्त मजबूती मिलेगी। इसके चलते यातायात का समय घटेगा, व्यापारिक गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी और आर्थिक विकास को नया आयाम मिलेगा।