SIP vs STP investment: SIP या STP में से कौनसे तरीके से म्यूचुअल फण्ड में निवेश करने से मिलेगा मोटा मुनाफा, किसमे पैसा डबल होगा

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SIP vs STP investment: पिछले कुछ समय से शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव लगातार देखने को मिल रहा है जिससे कई निवेशक असमंजस की स्थिति में हैं। गिरते हुए बाजार को देखकर कुछ लोग निवेश से पीछे हट रहे हैं जबकि अनुभवी निवेशक इसे अवसर के रूप में देख रहे हैं। 

एक्सपर्ट्स की मानें तो बाजार की गिरावट के दौरान घबराने के बजाय धैर्य बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण होता है। जो लोग मार्केट में टिके रहेंगे उनके लिए आने वाले समय में बेहतर मुनाफे की संभावना बन सकती है जबकि जो जल्दबाजी में बाहर निकलेंगे उन्हें नुकसान झेलना पड़ सकता है।

SIP निवेशकों के लिए क्या है सही रणनीति

विशेषज्ञों का कहना है कि म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले लोगों को अपनी सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) को जारी रखना चाहिए। बाजार में गिरावट के दौरान SIP बंद करना नुकसानदायक साबित हो सकता है। 

इतिहास गवाह है कि जो निवेशक मंदी के समय भी SIP जारी रखते हैं उन्हें बाजार की रिकवरी के साथ शानदार रिटर्न मिलता है। लंबे समय तक निवेश बनाए रखने वाले निवेशकों को यह रणनीति फायदा पहुंचा सकती है।

SIP का मतलब क्या है?

सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) एक ऐसी निवेश योजना है जिसमें आप तय अंतराल (मासिक, साप्ताहिक या त्रैमासिक) पर एक निश्चित राशि म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है जो नियमित रूप से अपनी आय का कुछ हिस्सा बचाकर भविष्य के लिए सुरक्षित करना चाहते हैं।

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यदि आप नौकरी कर रहे है तो ऐसे में आपके लिए सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) बेस्ट होगा। इसमें नियमित निवेश से कंपाउंडिंग का लाभ मिलता है जिससे लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न पाया जा सकता है।

SIP की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह छोटे-छोटे निवेशों को बड़ा फंड बनाने में मदद करता है जिससे भविष्य के आर्थिक लक्ष्यों को आसानी से पूरा किया जा सकता है।

STP का मतलब क्या है?

सिस्टेमेटिक ट्रांसफर प्लान (STP) एक ऐसा विकल्प है जिसे कम निवेशक अपनाते हैं लेकिन यह एक प्रभावी रणनीति साबित हो सकती है। इस योजना के तहत आप अपने निवेश को एक म्यूचुअल फंड स्कीम से दूसरी स्कीम में पूर्व निर्धारित अंतराल पर एक निश्चित राशि के रूप में स्थानांतरित कर सकते हैं।

STP उन निवेशकों के लिए बेहद उपयोगी है जो अपने एकमुश्त निवेश को इक्विटी फंड में लगाना चाहते हैं। आमतौर पर यह योजना उन लोगों के लिए बेहतर होती है जो जोखिम को संतुलित रखना चाहते हैं। 

उदाहरण के लिए यदि आपने कोई बड़ी रकम डेट फंड में लगाई है और आप धीरे-धीरे उसे इक्विटी फंड में शिफ्ट करना चाहते हैं तो STP आपके लिए आदर्श विकल्प हो सकता है।

यह बाजार में अचानक उतार-चढ़ाव के जोखिम को कम करता है और आपके निवेश को सुरक्षित रखते हुए बेहतर रिटर्न दिलाने में मदद करता है।

SIP या STP कौनसा है आपके लिए बेस्ट

कई निवेशक इस दुविधा में रहते हैं कि बाजार की मौजूदा स्थिति में उन्हें SIP जारी रखनी चाहिए या सिस्टमेटिक ट्रांसफर प्लान (STP) को अपनाना चाहिए। यह फैसला आपकी वित्तीय स्थिति, लक्ष्य और जोखिम उठाने की क्षमता पर निर्भर करता है। 

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वैसे नौकरीपेशा निवेशक के लिए SIP अच्छा माना जा सकता है। इसके अलावा यदि आप लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं तो SIP आपके लिए बेहतर विकल्प है। वहीं यदि आप एकमुश्त रकम को धीरे-धीरे इक्विटी फंड्स में ट्रांसफर करना चाहते हैं तो STP आपके लिए सही साबित हो सकता है।

सुचना: किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले फाइनेंस एक्सपर्ट की राय जरुर ले। यह जानकारी आपके नॉलेज के लिए साझा की गई है। निवेश करने के बाद लाभ हानि होने पर पर agneepathscheme की कोई जिम्मेदारी नही होगी।

Jitendra Saini

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