SBI Gold Locker: अगर आपके पास घर में सोना या जेवरात पड़े हैं तो आप उसे सुरक्षित रखने के लिए अक्सर बैंक लॉकर का सहारा लेते होंगे। लेकिन इसके लिए हर साल मोटी फीस चुकानी पड़ती है।
अब अगर आपका खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में है तो आपके लिए एक शानदार खबर है। SBI की “Revamped Gold Deposit Scheme” (R-GDS) न सिर्फ आपके सोने को सुरक्षित रखती है बल्कि आपको इसके लिए एक पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ता। उल्टा यह स्कीम आपके सोने से पैसे कमाने का रास्ता खोलती है। आइए इस अनोखी योजना के बारे में जानते हैं।
बैंक में गोल्ड रखके पैसे कमाएं
SBI की इस गोल्ड डिपॉजिट स्कीम का मकसद बेहद साफ है आपके पास जो सोना है उसे काम में लाना। आमतौर पर लोग सोने को घर में या लॉकर में रखते हैं जहां वह बस यूँ ही पड़ा रहता है।
लेकिन इस स्कीम में आप अपना सोना बैंक को दे सकते हैं। बदले में बैंक न सिर्फ उसकी हिफाजत करता है बल्कि आपको उस पर ब्याज भी देता है। यानी सुरक्षा मुफ्त मिलती है और ऊपर से कमाई बोनस में मिल जाती है। यह सोना जमा करने की अवधि आप अपनी सुविधा के हिसाब से चुन सकते हैं और यह पूरी तरह सुरक्षित प्रक्रिया है।
तीन तरह से डिपॉजिट कर सकते हैं गोल्ड
इस योजना के तहत आप अपने सोने को तीन अलग-अलग तरीकों से जमा कर सकते हैं जो आपकी जरूरत और प्लानिंग के हिसाब से तैयार किए गए हैं। आइये तीन डिपॉजिट के तरीके जान लेते है।
छोटी अवधि का प्लान
पहला विकल्प है “शॉर्ट टर्म बैंक डिपॉजिट” (STBD)। इसमें आप अपने सोने को 1 से 3 साल के लिए जमा कर सकते हैं। यह उन लोगों के लिए शानदार है जो जल्दी रिटर्न चाहते हैं और अपने सोने को ज्यादा समय तक लॉक नहीं करना चाहते।
मध्यम अवधि का प्लान
दूसरा ऑप्शन है “मीडियम टर्म गवर्नमेंट डिपॉजिट” (MTGD) जिसमें सोना 5 से 7 साल तक जमा रहता है। यह विकल्प उन लोगों के लिए बिल्कुल सही है जो न तो बहुत जल्दी रिटर्न चाहते हैं और न ही बहुत लंबा इंतजार करना चाहते हैं।
लंबी अवधि का प्लान
तीसरा और सबसे लंबा विकल्प है “लॉन्ग टर्म गवर्नमेंट डिपॉजिट” (LTGD)। इसमें आप अपने सोने को 12 से 15 साल के लिए जमा कर सकते हैं।
कितना मिलता है ब्याज?
बात करें ब्याज की तो SBI की गोल्ड डिपॉजिट स्कीम में सोना जमा करने की अवधि के हिसाब से ब्याज मिलता है। “शॉर्ट टर्म” में 1 साल के लिए 0.55% और 2 साल या अधिक के लिए 0.60% सालाना ब्याज है। “मीडियम टर्म” (5-7 साल) में 2।25% ब्याज मिलता है जबकि “लॉन्ग टर्म” (12-15 साल) में 2.50% ब्याज मिलता है। मध्यम और लंबी अवधि में मूलधन सोने में रहता है लेकिन ब्याज रुपये में 31 मार्च को या परिपक्वता पर मिलता है।
SBI गोल्ड स्कीम मैच्योरिटी के बाद दो शानदार विकल्प
SBI की इस गोल्ड डिपॉजिट स्कीम में जब आपकी फिक्स्ड डिपॉजिट की अवधि पूरी होती है तो आपके पास दो बेहतरीन ऑप्शन हैं। आप चाहें तो अपने सोने को ब्याज के साथ सोने के रूप में वापस ले सकते हैं या फिर उस वक्त की बाजार कीमत के हिसाब से नकदी चुन सकते हैं।
यह स्कीम सरकार ने 2015 में शुरू की थी जिसका उद्देश्य घरों और संस्थानों में पड़े बेकार सोने को इकट्ठा करना और उसे अर्थव्यवस्था में काम लाना है। साथ ही यह आपको अपने सोने से ब्याज कमाने का मौका भी देती है।