Rajasthan Bullet Train: देश में बुलेट ट्रेन का सपना अब राजस्थान में भी हकीकत बनने की ओर बढ़ रहा है। Rajasthan Bullet Train प्रोजेक्ट के तहत मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड कॉरिडोर को दिल्ली तक बढ़ाने की तैयारी तेजी से चल रही है।
इस विस्तार के बाद यह हाई स्पीड ट्रेन उदयपुर, अजमेर, जयपुर और अलवर जैसे प्रमुख शहरों से होते हुए दिल्ली तक पहुंचेगी।
DPR तैयार, ट्रायल ट्रैक पर काम जारी
फरवरी 2025 में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि दिल्ली-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का डीपीआर तैयार कर लिया गया है और फिलहाल रेलवे मंत्रालय इसकी रिपोर्ट का परीक्षण कर रहा है। हालांकि डीपीआर को सार्वजनिक नहीं किया गया है।
इसी बीच राजस्थान के नागौर जिले के सांभर झील के पास, नावा कस्बे से एक किलोमीटर दूर हाई स्पीड ट्रायल ट्रैक पर भी काम तेज़ी से चल रहा है। यह ट्रैक जोधपुर रेलवे डिवीजन के अंतर्गत आता है।
Rajasthan Bullet Train के रूट में 657 KM राजस्थान में
कुल 878 किमी लंबे दिल्ली-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर में से लगभग 75% हिस्सा राजस्थान से होकर गुजरेगा, जिसका मतलब है कि Rajasthan Bullet Train का ट्रैक राज्य में करीब 657 किमी लंबा होगा।
किन जिलों से गुजरेगी Rajasthan Bullet Train
यह हाई स्पीड ट्रेन राजस्थान के सात जिलों से होकर गुजरेगी अलवर, जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर और डूंगरपुर। इस कॉरिडोर में कुल 11 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें से 7 स्टेशन राजस्थान में होंगे। ये स्टेशन उदयपुर, डूंगरपुर (खेरवाड़ा), भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, अजमेर, किशनगढ़, जयपुर और अलवर (बहरोड़) में प्रस्तावित हैं।
जोधपुर को नहीं मिलेगा Bullet Train का फायदा
लंबे समय से हाई स्पीड ट्रेन कनेक्टिविटी का इंतजार कर रहे जोधपुर को इस प्रोजेक्ट से बाहर रखा गया है। अहमदाबाद- दिल्ली कॉरिडोर के पहले सर्वे और अंतिम डीपीआर में जोधपुर को शामिल नहीं किया गया था।
हालांकि, मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के लिए जोधपुर रेलवे डिवीजन में 64 किमी लंबा हाई स्पीड टेस्ट ट्रैक 800 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। फिलहाल जोधपुर से मुंबई और दिल्ली जाने में यात्रियों को 11 से 16 घंटे लग जाते हैं।
उदयपुर को होगा सबसे बड़ा फायदा
Delhi-Ahmedabad बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत राजस्थान में 9 स्टेशन बनाए जाएंगे जिनमें बहरोड़, शाहजहांपुर, जयपुर, अजमेर, विजय नगर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर और डूंगरपुर शामिल हैं।
उदयपुर इस प्रोजेक्ट से सबसे ज्यादा लाभान्वित होगा। यहां 127 किमी लंबा ट्रैक बनाया जाएगा जो पांच नदियों और आठ सुरंगों से होकर गुजरेगा।
प्रस्तावित ट्रैक दिल्ली के द्वारका सेक्टर 21 से शुरू होगा, गुरुग्राम में चौमा से होते हुए मानेसर और रेवाड़ी के रास्ते अलवर के शाहजहांपुर बॉर्डर में प्रवेश करेगा।
फिर यह नेशनल हाईवे 48 के समानांतर जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ और डूंगरपुर होते हुए अहमदाबाद तक जाएगा।
निष्कर्ष
देश के लिए यह प्रोजेक्ट तकनीक और कनेक्टिविटी के मामले में एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है। अगर सब कुछ योजना के मुताबिक चलता रहा तो आने वाले कुछ सालों में राजस्थान के लाखों लोगों का सपना Rajasthan Bullet Train के जरिए हाई स्पीड ट्रैवल करने का साकार होगा।