MSP Kharid: राजस्थान के मेहनती किसानों के लिए एक शानदार खबर सामने आई है। राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि 10 अप्रैल से सरसों और चने की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर शुरू होगी। यह कदम किसानों को उनकी फसल का उचित दाम दिलाने में मदद करेगा साथ साथ बाजार में कीमतों को संतुलित रखने में भी अहम भूमिका निभाएगा।
अगर आप भी अपनी मेहनत की कमाई को सही मूल्य पर बेचना चाहते हैं तो तैयार हो जाइए क्योंकि पंजीकरण का दौर 1 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है।
उत्पादन की उम्मीदें और खरीद का भव्य लक्ष्य
इस बार राजस्थान में सरसों और चने की पैदावार शानदार होने की उम्मीद है। जानकारों का अनुमान है कि सरसों का उत्पादन लगभग 60 लाख मीट्रिक टन के आसपास हो सकता है जबकि चने की फसल 20 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा रहने की संभावना है।
सरकार ने इस मौके पर कमर कस ली है और 14 लाख मीट्रिक टन सरसों व 6 लाख मीट्रिक टन चने की खरीद का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है।
ऐसे किया जा सकेगा पंजीकरण
किसानों के लिए अच्छी खबर यह है कि इस बार पंजीकरण की प्रक्रिया को बेहद सरल बनाया गया है। आप अपने नजदीकी ई-मित्र केंद्र पर जाकर आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके लिए बस अपनी गिरदावरी की कॉपी और बैंक पासबुक का विवरण अपलोड करना होगा।
खास बात यह है कि पारदर्शिता को बढ़ाने के लिए बायोमीट्रिक सत्यापन को अनिवार्य किया गया है जिससे हर किसान को उसका हक बिना किसी परेशानी के मिल सके।
खरीद केंद्रों का इंतजाम
इस बार खरीद प्रक्रिया को तेज और व्यवस्थित बनाने के लिए सरकार ने बड़े पैमाने पर तैयारी की है। नेफेड और एनसीसीएफ जैसे भरोसेमंद संगठनों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। पूरे राज्य में 500 से ज्यादा खरीद केंद्र बनाए गए हैं जिनमें से 290 केंद्र नेफेड और 215 केंद्र एनसीसीएफ के जिम्मे होंगे।
इन केंद्रों पर किसानों को अपनी फसल बेचने में किसी भी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। यह व्यवस्था ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच को आसान बनाएगी।
जिलों के हिसाब से खरीद का बंटवारा
खरीद प्रक्रिया को और सुव्यवस्थित करने के लिए राजफैड ने इसे दो हिस्सों में बांटा है। अजमेर, जोधपुर, बीकानेर और कोटा जैसे 19 जिलों में एनसीसीएफ अपनी सेवाएं देगा वहीं जयपुर, उदयपुर, श्रीगंगानगर और भरतपुर सहित 21 जिलों में नेफेड कमान संभालेगा।
यह सुनियोजित रणनीति सुनिश्चित करेगी कि हर क्षेत्र के किसानों को बराबर मौका मिले और खरीद प्रक्रिया में कोई अड़चन न आए।
यह होगी MSP की नई दरें
किसानों की मेहनत को सम्मान देने के लिए सरकार ने इस साल MSP को आकर्षक बनाया है। सरसों का समर्थन मूल्य 5,950 रुपये प्रति क्विंटल और चने का 5,650 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है।
मदद के लिए खास हेल्पलाइन लॉन्च
किसानों की हर छोटी-बड़ी परेशानी को दूर करने के लिए राजफैड ने एक विशेष हेल्पलाइन नंबर 18001806001 शुरू किया है। अगर आपको पंजीकरण, दस्तावेज या खरीद प्रक्रिया को लेकर कोई सवाल है तो इस नंबर पर कॉल करके तुरंत जवाब पा सकते हैं।
यह सुविधा खास तौर पर उन किसानों के लिए फायदेमंद होगी जो तकनीक से कम वाकिफ हैं या दूरदराज के इलाकों में रहते हैं।