IAS Neha Byadwal Story: सफलता का सफर आसान नहीं होता खासकर जब लक्ष्य यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास करना हो। लेकिन कुछ लोग अपनी मेहनत और संकल्प से असंभव को भी संभव कर दिखाते हैं। ऐसी ही प्रेरणादायक कहानी है नेहा ब्याडवाल की जिन्होंने सिर्फ 24 साल की उम्र में IAS बनने का सपना पूरा किया।
उनकी कामयाबी सिर्फ इसलिए खास नहीं है कि उन्होंने कठिन परीक्षा पास की बल्कि इसलिए भी क्योंकि उन्होंने लगातार तीन असफलताओं के बाद भी हार नहीं मानी और तीन साल तक मोबाइल से दूरी बनाकर पूरी तरह पढ़ाई में डूबी रहीं।
बचपन से ही रही होनहार पिता से मिली प्रेरणा
नेहा का जन्म जयपुर राजस्थान में हुआ लेकिन उनका बचपन छत्तीसगढ़ में बीता। उनके पिता आयकर विभाग में अधिकारी थे जिससे बचपन से ही प्रशासनिक सेवाओं का माहौल देखने को मिला।
यही वजह थी कि नेहा के मन में भी देश की सेवा करने का सपना जागा। उन्होंने पढ़ाई में हमेशा बेहतरीन प्रदर्शन किया और अपनी कड़ी मेहनत के दम पर यूनिवर्सिटी टॉपर भी बनीं।
जब मिली लगातार तीन असफलताएं लेकिन नहीं मानी हार
यूपीएससी की तैयारी करने वाले ज्यादातर अभ्यर्थी पहली बार में सफलता की उम्मीद रखते हैं लेकिन यह सफर बहुत मुश्किल होता है। नेहा ने भी पूरी तैयारी के साथ परीक्षा दी लेकिन पहले तीन प्रयासों में असफल रहीं।
कोई और होता तो शायद उम्मीद छोड़ देता लेकिन उन्होंने खुद को और मजबूत बनाया और एक बड़ा फैसला लिया तीन साल तक मोबाइल से दूरी बनाकर सिर्फ पढ़ाई पर फोकस किया।
3 साल तक नहीं छुआ मोबाइल सोशल मीडिया से भी बनाई दूरी
आज के दौर में जहां मोबाइल और सोशल मीडिया हर किसी की दिनचर्या का अहम हिस्सा बन चुके हैं नेहा ने खुद को इन सबसे दूर कर लिया।
उन्होंने तीन साल तक फोन का इस्तेमाल नहीं किया सोशल मीडिया से पूरी तरह हट गईं और अपने लक्ष्य पर फोकस किया। यह एक असाधारण फैसला था लेकिन इसने उन्हें पूरी तरह से यूपीएससी की तैयारी में करने का मौका दिया।
चौथे प्रयास में मिली शानदार सफलता बनीं IAS अधिकारी
लगातार मेहनत और दृढ़ संकल्प का नतीजा आखिरकार 2021 में मिला जब नेहा ने अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास की और ऑल इंडिया रैंक (AIR) 569 रेंक हांसिल किये।
सिर्फ 24 साल की उम्र में उन्होंने IAS बनने का सपना साकार कर लिया और यह साबित कर दिया कि अगर इरादे मजबूत हों तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।