Rural Road Development: राजस्थान के ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। अब उन्हें कच्चे और उबड़-खाबड़ रास्तों की समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा क्योंकि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के चौथे चरण के तहत राज्य के दूरदराज गांवों को पक्की सड़कों से जोड़ा जाएगा।
इस योजना के तहत लगभग 1,630 बसावटों में सड़क निर्माण किया जाएगा जिस पर 3,500 करोड़ रुपये खर्च होंगे और करीब 5,000 किलोमीटर लंबी सड़कें बनाई जाएंगी। इसका सीधा लाभ उन ग्रामीणों को मिलेगा जो अब तक शहरों तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना कर रहे थे।
गांव से शहर का आवागमन होगा आसान
गांवों में पक्की सड़कें बनने से आवागमन आसान बनेगा इसके अलावा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगा। सड़कें बनने से किसानों को अपनी फसलें मंडी तक जल्दी और सुरक्षित पहुंचाने में आसानी होगी जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
व्यापारियों के लिए भी यह फायदेमंद साबित होगा क्योंकि अब वे अपने उत्पादों को शहरों तक आसानी से पहुंचा सकेंगे। इसके अलावा विद्यार्थियों और मरीजों के लिए भी यह एक राहत की खबर है क्योंकि अब स्कूल और अस्पताल पहुंचना पहले से कहीं अधिक सुगम होगा।
मरुस्थलीय और जनजातीय क्षेत्रों का होगा विकास
राजस्थान सरकार विशेष रूप से मरुस्थलीय और जनजातीय इलाकों में सड़क निर्माण को प्राथमिकता दे रही है। इस योजना के तहत 1374 दूरस्थ बसावटों को चयनित किया गया है जो अब तक अच्छी कनेक्टिविटी से वंचित थीं।
इसके अलावा 1,000 से अधिक आबादी वाले 30 गांवों और 500 से 999 की आबादी वाले 191 गांवों को भी इस योजना में शामिल किया गया है। सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी क्षेत्र सड़क सुविधा से वंचित न रहे।
सर्वेक्षण कार्य हो चूका है पूरा
इस परियोजना के तहत सर्वेक्षण कार्य को रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया है। राजस्थान ने 31 जनवरी से पहले ही सर्वेक्षण कार्य को समाप्त कर दिया जिससे यह इस योजना में पूरे देश में सबसे आगे रहा।
सरकार ने निर्देश दिए हैं कि सर्वेक्षण में मिली इस सफलता को निर्माण कार्य में भी दोहराया जाए। जल्द ही केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय से स्वीकृति प्राप्त कर निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
वर्तमान में पीएमजीएसवाई के तहत बनी सड़कों की लंबाई के मामले में राजस्थान देश में दूसरे नंबर पर है। इस नई योजना से इसे पहले स्थान पर लाने की तैयारी की जा रही है।