Public Provident Fund: अगर आपने Public Provident Fund (PPF) में निवेश किया है, तो एक छोटी सी प्लानिंग से आप ज्यादा ब्याज कमा सकते हैं। वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार, 1 से 5 अप्रैल के बीच PPF में निवेश करना अधिक फायदेमंद होता है। ऐसा क्यों कहा जाता है? आइए जानते हैं।
PPF में ब्याज कैलकुलेशन कैसे होता है
PPF अकाउंट में ब्याज हर महीने की 5 तारीख तक जमा किए गए अमाउंट पर ही दिया जाता है। यानी, अगर आपने 5 अप्रैल तक पैसा डाल दिया, तो पूरे महीने उस राशि पर ब्याज मिलेगा। लेकिन अगर आप 5 अप्रैल के बाद जमा करते हैं, तो ब्याज कम मिलेगा।
समझें PPF में ब्याज का गणित
अगर 1 से 5 अप्रैल के बीच 1.5 लाख रुपये जमा करें
मान लीजिए, 1 अप्रैल को आपके PPF अकाउंट में 3.5 लाख रुपये थे और आपने 3 अप्रैल को 1.5 लाख रुपये और जमा कर दिए। अब आपका कुल बैलेंस 5 लाख रुपये हो गया।
अप्रैल के लिए ब्याज होगा:
(7.1%/12) × 5 लाख = ₹2,958
अगर 5 अप्रैल के बाद पैसा जमा करें
अब मान लीजिए, आपने 9 अप्रैल को 1.5 लाख रुपये जमा किए। इस स्थिति में 1 से 8 अप्रैल तक बैलेंस 3.5 लाख रुपये रहेगा और 9 अप्रैल से 30 अप्रैल तक 5 लाख रुपये रहेगा।
अप्रैल का ब्याज होगा:
(7.1%/12) × 3.5 लाख = ₹2,071
कितना फर्क पड़ता है
अगर आप 5 अप्रैल से पहले पैसा जमा करते हैं, तो आपको ₹887 ज्यादा ब्याज मिलेगा। हो सकता है कि यह रकम छोटी लगे, लेकिन लंबे समय में यह अच्छा खासा फर्क डाल सकता है।
क्या 1 से 5 अप्रैल के बीच निवेश करना अनिवार्य है
अगर आपके पास पूरे 1.5 लाख रुपये हैं, तो 1 से 5 अप्रैल के बीच जमा करना बेहतर होगा, ताकि आपको पूरे महीने का ब्याज मिले।
अगर 5 अप्रैल तक पैसा नहीं है, तो चिंता की जरूरत नहीं। आप बाद में भी निवेश कर सकते हैं।
अगर एकसाथ निवेश करना मुश्किल हो, तो हर महीने ₹12,500 जमा करना भी एक अच्छा विकल्प है।
PPF में निवेश 1 से 5 अप्रैल के बीच करने से अतिरिक्त ब्याज का फायदा मिलता है। हालांकि, यह कोई अनिवार्य नियम नहीं है। अगर आप सही समय पर निवेश करते हैं, तो आपको Public Provident Fund से अधिक लाभ मिल सकता है। अगर संभव हो, तो इस रणनीति को अपनाएं और अपने ब्याज को बढ़ाएं।