Airport Project: कोटा के लोगों की लंबे समय से चली आ रही एयरपोर्ट की मांग अब पूरी होने वाली है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण के लिए पहला टेंडर जारी कर दिया है जिसमें 467.67 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
केंद्रीय उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को जानकारी दी कि टेंडर प्रक्रिया तीन महीनों में पूरी हो जाएगी जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा।
यह एयरपोर्ट कोटा के विकास और पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। अब कोटा के लोग जल्द ही अपने शहर से सीधी उड़ान भर सकेंगे.
कोटा एयरपोर्ट के निर्माण में बड़ा कदम
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने 467.67 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया है जिसमें रनवे निर्माण शामिल है। बिड जमा करने की अंतिम तिथि 11 अप्रैल है और टेंडर 17 अप्रैल को खोले जाएंगे।
कोटा एयरपोर्ट निदेशक तुलसीराम मीणा ने बताया कि यह टेंडर EPC मोड पर आधारित होगा। साथ ही 630 करोड़ रुपये का एक और टेंडर सिटी साइड निर्माण के लिए 15-20 फरवरी के बीच जारी होने की संभावना है।
एयरपोर्ट बनने से क्या होंगे फायदे?
एयरपोर्ट बनने से क्षेत्र में विकास को जबरदस्त रफ्तार मिलती है। इसके आसपास की जमीनों की कीमतें तेजी से बढ़ेंगी जिससे जमीन मालिकों को बड़ा फायदा होगा। साथ ही स्थानीय लोगों को यात्रा के लिए दूसरे शहरों के एयरपोर्ट पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी जिससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी।
इसके अलावा एयरपोर्ट के शुरू होने से दूसरे राज्यों और शहरों से लोग यहां आएंगे जिससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। स्थानीय दुकानदारों, होटल व्यवसायियों और व्यापारियों को इससे सीधा लाभ मिलेगा जिससे आर्थिक गतिविधियां तेजी से बढ़ेंगी।
कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट निर्माण को मिली रफ्तार
कोटा-बूंदी ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण में एक बड़ी बाधा दूर हो गई है। शंभूपुरा में हाई टेंशन लाइन हटाने के लिए नगर विकास न्यास और पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन के बीच समझौता हो चुका है जिससे निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ सकेगा।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने निर्माण स्थल का निरीक्षण कर अधिकारियों को जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिए। सरकार ने इस परियोजना को प्राथमिकता देते हुए 127 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं जिससे अब विकास कार्य में तेजी आएगी।
बिजली लाइनों की शिफ्टिंग से खुलेगा रास्ता
34 हाई टेंशन टावरों को हटाकर 46 नए टावर लगाए जाएंगे जिन पर 15.064 किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइन बिछाई जाएगी। इससे एयरपोर्ट क्षेत्र सुरक्षित रहेगा और निर्माण कार्य में कोई रुकावट नहीं आएगी।
डीपीआर अंतिम चरण में निर्माण जल्द शुरू होगा
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने बताया कि डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) का काम तेज़ी से जारी है। इस दौरान लाइन शिफ्टिंग पूरी होते ही अन्य प्रक्रियाएं भी निपटा ली जाएंगी।
एक अहम बैठक में लोकसभा अध्यक्ष के ओएसडी राजीव दत्ता, विधायक कल्पना देवी और जिलाधिकारियों ने एयरपोर्ट प्रोजेक्ट की रणनीति पर चर्चा की। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि जल्द ही कोटा को आधुनिक एयरपोर्ट की सौगात मिलेगी।