DeepSeek AI: चीनी स्टार्टअप DeepSeek ने अपने नवीनतम AI मॉडल्स के साथ तकनीकी जगत में हलचल मचा दी है। कंपनी का दावा है कि उनके मॉडल्स न केवल कम लागत में तैयार हुए हैं, बल्कि वे अमेरिका के प्रमुख AI मॉडल्स के बराबर या उनसे बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
पिछले महीने, DeepSeek ने बताया कि उनके DeepSeek-V3 मॉडल की ट्रेनिंग के लिए Nvidia H800 चिप्स का उपयोग करते हुए 6 मिलियन डॉलर से कम की कंप्यूटिंग पावर की आवश्यकता पड़ी।
ऐप स्टोर पर शीर्ष स्थान
DeepSeek-V3 से संचालित AI असिस्टेंट ने अमेरिका में अपने प्रतिस्पर्धी ChatGPT को पीछे छोड़ते हुए एप्पल ऐप स्टोर पर शीर्ष मुफ्त एप्लिकेशन का स्थान हासिल किया है। इससे अमेरिकी टेक कंपनियों के AI में किए गए अरबों डॉलर के निवेश पर सवाल उठने लगे हैं, और Nvidia सहित कई बड़ी टेक कंपनियों के शेयरों पर भी इसका प्रभाव पड़ा है।
DeepSeek की सफलता के कारण
2022 के अंत में OpenAI के ChatGPT ने चीनी टेक्नोलॉजी कंपनियों के बीच हलचल मचाई थी, जिसके बाद चीन की कंपनियों ने अपने AI चैटबॉट्स विकसित करने में तेजी दिखाई।
हालांकि, Baidu का पहला चैटबॉट उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा, जिससे चीनी उपयोगकर्ता निराश हुए। इसके विपरीत, DeepSeek के मॉडल्स की गुणवत्ता और कम लागत ने इस धारणा को बदल दिया है।
OpenAI और Meta के मॉडल्स के समकक्ष
DeepSeek ने बताया है कि उनके दो मॉडल्स, DeepSeek-V3 और DeepSeek-R1, OpenAI और Meta के सबसे उन्नत मॉडल्स के बराबर हैं। कंपनी के अनुसार, इन मॉडल्स का उपयोग करना भी सस्ता है। हाल ही में लॉन्च हुए DeepSeek-R1 को उपयोग करना, कार्य के आधार पर, OpenAI के O1 मॉडल से 20 से 50 गुना सस्ता है।
आलोचनाओं का सामना
Scale AI के सीईओ, एलेक्जेंडर वैंग ने एक साक्षात्कार में बिना सबूत के दावा किया कि DeepSeek के पास 50,000 Nvidia H100 चिप्स हैं, जो वाशिंगटन के निर्यात नियंत्रण का उल्लंघन कर सकते हैं। इस पर DeepSeek की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
DeepSeek की इस सफलता ने वैश्विक AI उद्योग में नई चर्चाओं को जन्म दिया है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि अन्य टेक कंपनियां इस चुनौती का कैसे सामना करती हैं।